उत्तर प्रदेश बनाम पाकिस्तान: एक दिलचस्प तुलना
उत्तर प्रदेश (भारत) और पाकिस्तान दोनों ही कृषि-प्रधान क्षेत्र हैं, जहाँ की अर्थव्यवस्था और रोज़गार का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। गंगा और सिंधु नदी घाटियों की उपजाऊ मिट्टी इन्हें अनाज, सब्ज़ियों और फलों का अग्रणी उत्पादक बनाती है। हालांकि, भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश (UP) और दक्षिण एशिया का महत्वपूर्ण देश…
Uttar Pradesh Farmer Registry Last Date 31 March 2025
Farmer Registry की अंतिम तिथि को पहले 31 दिसंबर 2024 से बढ़ाकर 31 जनवरी 2025 कर दिया गया था। अब सरकार ने इसे और बढ़ाकर 31 मार्च 2025 कर दिया है। Farmer Registry Last Date Extension सभी किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, खासकर उनके लिए जो अभी तक पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं। हालांकि, अधिकांश…
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) – FAQs
किसानों की गरीबी का एक महत्वपूर्ण कारण इस उदाहरण से समझा जा सकता है: एक किसान जो खेत में एक किलो गेहूं डालकर उसे 100 किलो गेहूं में बदल देता है, वह आज भी कर्ज़दार है। इसके विपरीत, जो कंपनियां एक किलो गेहूं से मात्र 950 ग्राम दलिया बनाती हैं, वे आज मालामाल हैं। इस…
भारत का कृषि बजट 2025: किसानों के लिए नए अवसर
“उत्तम खेती मध्यम बान, निकृष्ट चाकरी, भीख निदान” – यह कहावत भारतीय संस्कृति में कृषि के महत्व को दर्शाती है। इसका अर्थ है कि खेती सबसे अच्छा व्यवसाय है, व्यापार मध्यम है, नौकरी निम्न स्तर की है, और भीख मांगना सबसे खराब विकल्प है। यह कहावत आज भी प्रासंगिक है, क्योंकि भारत की 50% से…
उत्तर प्रदेश में जैविक खेती
कल्पना कीजिए, एक छोटा सा गांव, जहां किसानों ने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल छोड़कर जैविक खेती को अपनाया। शुरुआत में उन्हें डर था कि कहीं उनकी फसलें खराब न हो जाएं, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने देखा कि मिट्टी में नई जान आ गई है। गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट और हरी खाद ने मिट्टी को…
किसान और FPO प्रशिक्षण कैलेंडर 2025
भारत हमेशा से एक कृषि प्रधान देश रहा है, और उत्तर प्रदेश इसकी हृदयस्थली है। यह वह धरती है जहां लाखों किसान हर साल अपने खेतों में सोना उगाते हैं, मेहनत और लगन से अन्न के दाने से देश का पेट भरते हैं। लेकिन आज के समय में सिर्फ मेहनत ही काफी नहीं है। बदलते जमाने…
उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड (PEF) टेक्नोलॉजी का उपयोग
उत्तर प्रदेश, भारत का सबसे बड़ा कृषि प्रधान राज्य, अब नवीनतम तकनीकों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने और फसलों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक नया कदम उठा रहा है। पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड (PEF) टेक्नोलॉजी, जो कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एक क्रांतिकारी तकनीक मानी जा रही है, अब उत्तर प्रदेश…
एफपीओ (FPO) के लिए NCDC योजनाएँ – FAQs
1. एफपीओ (FPO) क्या है?किसान उत्पादक संगठन (FPO) एक संस्था है, जिसमें किसानों के समूह को एकत्र किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों के उत्पादन, विपणन, भंडारण, प्रसंस्करण और अन्य कृषि संबंधी कार्यों को समग्र रूप से सुदृढ़ करना है। एफपीओ किसानों को सामूहिक रूप से कार्य करने, उत्पादन लागत को कम करने, उत्पादों…
एफपीओ (FPO) के लिए नाबार्ड (NABARD) योजनाएँ – FAQs
1. किसान उत्पादक संगठन (FPO) क्या है और इसका उद्देश्य क्या है? किसान उत्पादक संगठन (FPO) एक कानूनी रूप से पंजीकृत संगठन होता है, जिसमें मुख्य रूप से किसान सदस्य होते हैं। इसका उद्देश्य किसानों को संगठित कर उनके उत्पादों की उत्पादन, भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन प्रक्रिया को सुदृढ़ करना होता है। एफपीओ किसानों को…
किसानों और FPO के लिए निर्यात प्रशिक्षण
निर्यात (Export) क्या है? निर्यात का मतलब है किसी देश में उत्पादित वस्तुओं या सेवाओं को दूसरे देशों में बेचना। यह व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है। किसानों और FPO (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) के लिए निर्यात एक बड़ा अवसर है, जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकते हैं।…