किसान और FPO प्रशिक्षण कैलेंडर 2025

भारत हमेशा से एक कृषि प्रधान देश रहा है, और उत्तर प्रदेश इसकी हृदयस्थली है। यह वह धरती है जहां लाखों किसान हर साल अपने खेतों में सोना उगाते हैं, मेहनत और लगन से अन्न के दाने से देश का पेट भरते हैं। लेकिन आज के समय में सिर्फ मेहनत ही काफी नहीं है। बदलते जमाने के साथ किसानों और FPO को नए ज्ञान, आधुनिक तकनीक, और वैज्ञानिक तरीकों की जरूरत है ताकि वे न सिर्फ अपनी फसल की पैदावार बढ़ा सकें, बल्कि खेती को और भी लाभदायक बना सकें।
इसी महत्वाकांक्षी सोच के साथ, कृषक उत्पादक संगठन एवं औद्योगिक विपणन सहकारी समिति ने किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार किया है। यह कैलेंडर न सिर्फ किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से रूबरू कराएगा, बल्कि उनकी आय बढ़ाने और खेती को एक लाभदायक व्यवसाय बनाने में भी मदद करेगा।
मासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम-2025
माह | प्रशिक्षण कार्यक्रम | तिथि | स्थान | प्रशिक्षक / विशेषज्ञ |
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जनवरी | जैविक खेती की तकनीकें | 10 व 25 | राममूर्ति स्मारक आईटीआई कॉलेज, टिकरी, वाराणसी | कृषि विशेषज्ञ |
फरवरी | मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरक प्रबंधन | 8 व 22 | फील्ड प्रशिक्षण स्थल | मृदा वैज्ञानिक |
मार्च | मसाला प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन | 12 व 26 | प्रसंस्करण यूनिट | उद्योग विशेषज्ञ |
अप्रैल | आम उत्पादन एवं निर्यात प्रशिक्षण | 14 व 28 | राममूर्ति स्मारक आईटीआई कॉलेज, टिकरी, वाराणसी | बागवानी विशेषज्ञ |
मई | कोल्ड स्टोरेज एवं फसल कटाई के बाद का प्रबंधन | 15 व 29 | कोल्ड स्टोरेज सुविधा | कोल्ड स्टोरेज विशेषज्ञ |
जून | डेयरी फार्मिंग एवं दुग्ध प्रसंस्करण | 9 व 23 | एफपीओ डेयरी केंद्र | पशु चिकित्सा एवं डेयरी विशेषज्ञ |
जुलाई | मोटे अनाज (मिलेट) प्रसंस्करण एवं विपणन | 16 व 30 | मिलेट प्रसंस्करण यूनिट | खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ |
अगस्त | किसानों के लिए सरकारी योजनाएं एवं अनुदान | 13 व 27 | पंचायत भवन | नाबार्ड/केवीके अधिकारी |
सितंबर | मशरूम की खेती एवं स्पॉन उत्पादन | 11 व 25 | स्पॉन लैब एवं मशरूम यूनिट | मशरूम विशेषज्ञ |
अक्टूबर | कृषि में आईओटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस | 10 व 24 | डिजिटल फार्मिंग लैब | एग्री-टेक विशेषज्ञ |
नवंबर | कृषि के लिए नवीकरणीय ऊर्जा | 12 व 26 | नवीकरणीय ऊर्जा केंद्र | ऊर्जा विशेषज्ञ |
दिसंबर | महिला किसानों का प्रशिक्षण एवं स्वयं सहायता समूह | 5 व 19 | सामुदायिक भवन | महिला उद्यमिता प्रशिक्षक |
विशेष कार्यशालाएँ एवं क्षेत्र भ्रमण
- मार्च और सितंबर – मॉडल ऑर्गेनिक फार्म का कृषि दौरा
- अप्रैल – मसाला प्रसंस्करण इकाइयों का एक्सपोज़र विज़िट
- मई – आम उत्पादन एवं विपणन प्रशिक्षण
- अगस्त – वित्तीय साक्षरता एवं ऋण योजनाओं पर प्रशिक्षण
- अक्टूबर – कृषि तकनीक एवं स्मार्ट फार्मिंग पर व्यावहारिक प्रशिक्षण
- नवंबर – किसान उत्पादों के लिए ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग प्रशिक्षण
- दिसंबर – हाइड्रोपोनिक्स और वर्टिकल फार्मिंग पर विशेष कार्यशाला
- दिसंबर – कृषि उत्पादों के निर्यात प्रबंधन पर कार्यशाला
क्यों जरूरी है यह प्रशिक्षण कैलेंडर?
आज के समय में किसानों को सिर्फ पारंपरिक खेती के तरीकों पर निर्भर नहीं रह सकते। जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की उर्वरता में कमी, और बाजार की चुनौतियों के बीच किसानों को नए तरीके सीखने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश का यह प्रशिक्षण कैलेंडर किसानों को निम्नलिखित विषयों पर ज्ञान प्रदान करेगा:
- आधुनिक कृषि तकनीक: ड्रिप इरिगेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग, और प्रिसिजन फार्मिंग जैसी तकनीकों का प्रशिक्षण।
- फसल प्रबंधन: फसल चक्र, मिट्टी स्वास्थ्य, और कीट प्रबंधन के बारे में जानकारी।
- बाजार संपर्क: FPOs के माध्यम से किसानों को बाजार से जोड़ना और उनकी उपज का सही मूल्य दिलाना।
- सरकारी योजनाएं: किसानों को सरकारी योजनाओं जैसे PM-KISAN, किसान क्रेडिट कार्ड, और सब्सिडी के बारे में जागरूक करना।
- मौसम आधारित सलाह: मौसम के अनुसार फसल की बुआई, सिंचाई, और कटाई के लिए सलाह।
कैसे लाभ उठाएं FPO प्रशिक्षण कैलेंडर से?
किसान और FPO प्रशिक्षण कैलेंडर कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने के लिए तैयार है। यह कार्यक्रम न सिर्फ किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ता है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का भी एक सशक्त माध्यम है। अगर आप भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाना चाहते हैं, तो यहां बताए गए सरल कदमों का पालन करें:
- पंजीकरण करें: किसान और FPOs हमारे दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करके पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और तेज है, जिससे आप आसानी से जुड़ सकते हैं।
- ऑनलाइन जुड़ें: अगर आप दूरस्थ क्षेत्रों में हैं या व्यस्तता के कारण प्रशिक्षण केंद्र तक नहीं पहुंच सकते, तो चिंता न करें। हमारे कई प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं। आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से हमारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
- सक्रिय भागीदारी: प्रशिक्षण के दौरान सक्रिय रहें, सवाल पूछें, और अपने अनुभव साझा करें। यह न सिर्फ आपके ज्ञान को बढ़ाएगा, बल्कि अन्य किसानों के साथ नेटवर्किंग का अवसर भी प्रदान करेगा।
हमारा लक्ष्य है कि भारत के किसानों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जाए। हमारा प्रशिक्षण केंद्र एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां किसान और FPOs न केवल खेती की उन्नत तकनीकों को सीख सकते हैं, बल्कि उन्हें वित्तीय सहायता, बाजार पहुंच, और सरकारी योजनाओं से जोड़ने में मदद की जाती है।
वाराणसी में विश्वस्तरीय FPO प्रशिक्षण केंद्र: किसानों की ताकत बनने का संकल्प

हमारा मानना है कि किसानों को सशक्त बनाने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधन मुहैया कराना जरूरी है, और इसी उद्देश्य से हमने वाराणसी में एक विश्वस्तरीय कृषि प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया है, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के किसानों और FPOs को समर्पित है। यहां हमारे पास आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों का एक विशाल संग्रह है, जो किसानों को ड्रिप इरिगेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग, प्रिसिजन फार्मिंग, स्मार्ट एग्रीकल्चर, और डेटा-ड्रिवन फार्मिंग जैसी तकनीकों से प्रशिक्षित करता है। साथ ही, हम फसल प्रबंधन, मिट्टी स्वास्थ्य, कीट नियंत्रण, जैविक खाद, और प्राकृतिक खेती के तरीकों पर गहन जानकारी प्रदान करते हैं। हमारा उद्देश्य किसानों को बाजार से जोड़कर उनकी उपज का सही मूल्य दिलाना, सरकारी योजनाओं जैसे PM-KISAN और किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में जागरूक करना, और मौसम आधारित सलाह के माध्यम से फसल की बुआई, सिंचाई, और कटाई के लिए सटीक मार्गदर्शन देना है। इसके अलावा, हम कृषि स्टार्टअप और उद्यमियों के लिए फंडिंग सपोर्ट और निवेश की जानकारी भी प्रदान करते हैं, ताकि किसान न सिर्फ खेती में बल्कि कृषि व्यवसाय में भी आत्मनिर्भर बन सकें।
पंजीकरण एवं संपर्क विवरण:
एफपीओ कार्यालय: कृषक उत्पादक संगठन एवं औद्यानिक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड, टिकरी, वाराणसी
संपर्क: 7054897777, 8174919999
ईमेल: fpokashividyapeeth@gmail.com
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