नाबार्ड FPO

कृषक उत्पादक संगठन और औद्योगिक विपणन सहकारी समिति सीबीबीओ नामित, बलिया और वाराणसी के किसानों को मिलेगा लाभ

वाराणसी, उoप्रo उपभोगता सहकारी संघ लिमिटेड ने वाराणसी स्थित कृषक उत्पादक संगठन और औद्योगिक  विपणन सहकारी समिति  को उत्तर प्रदेश के बलिया और वाराणसी जिलों के लिए क्लस्टर बेस्ड बिजनेस ऑर्गनाइजेशन (सीबीबीओ) के रूप में चयनित किया है। इस नियुक्ति के बाद समिति इन दोनों जिलों के किसानों को आधुनिक कृषि प्रशिक्षण, तकनीकी शिक्षा और…

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india versus pakistan

उत्तर प्रदेश बनाम पाकिस्तान: एक दिलचस्प तुलना

उत्तर प्रदेश (भारत) और पाकिस्तान दोनों ही कृषि-प्रधान क्षेत्र हैं, जहाँ की अर्थव्यवस्था और रोज़गार का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर करता है। गंगा और सिंधु नदी घाटियों की उपजाऊ मिट्टी इन्हें अनाज, सब्ज़ियों और फलों का अग्रणी उत्पादक बनाती है। हालांकि, भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश (UP) और दक्षिण एशिया का महत्वपूर्ण देश…

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AIF

कृषि अवसंरचना कोष (AIF) – FAQs

किसानों की गरीबी का एक महत्वपूर्ण कारण इस उदाहरण से समझा जा सकता है: एक किसान जो खेत में एक किलो गेहूं डालकर उसे 100 किलो गेहूं में बदल देता है, वह आज भी कर्ज़दार है। इसके विपरीत, जो कंपनियां एक किलो गेहूं से मात्र 950 ग्राम दलिया बनाती हैं, वे आज मालामाल हैं। इस…

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भारत का कृषि बजट 2025: किसानों के लिए नए अवसर

“उत्तम खेती मध्यम बान, निकृष्ट चाकरी, भीख निदान” – यह कहावत भारतीय संस्कृति में कृषि के महत्व को दर्शाती है। इसका अर्थ है कि खेती सबसे अच्छा व्यवसाय है, व्यापार मध्यम है, नौकरी निम्न स्तर की है, और भीख मांगना सबसे खराब विकल्प है। यह कहावत आज भी प्रासंगिक है, क्योंकि भारत की 50% से…

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एफपीओ (FPO) के लिए NCDC योजनाएँ – FAQs

1. एफपीओ (FPO) क्या है?किसान उत्पादक संगठन (FPO) एक संस्था है, जिसमें किसानों के समूह को एकत्र किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों के उत्पादन, विपणन, भंडारण, प्रसंस्करण और अन्य कृषि संबंधी कार्यों को समग्र रूप से सुदृढ़ करना है। एफपीओ किसानों को सामूहिक रूप से कार्य करने, उत्पादन लागत को कम करने, उत्पादों…

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किसानों और FPO के लिए निर्यात प्रशिक्षण

निर्यात (Export) क्या है? निर्यात का मतलब है किसी देश में उत्पादित वस्तुओं या सेवाओं को दूसरे देशों में बेचना। यह व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है। किसानों और FPO (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) के लिए निर्यात एक बड़ा अवसर है, जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकते हैं।…

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Farmer Registry – 31 मार्च 2025 तक करें आवेदन

किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना! अगर आपने अब तक किसान पंजीकरण (Farmer Registry) नहीं करवाया है, तो अब चिंता की कोई बात नहीं है। सरकार ने किसान पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 तक बढ़ा दी है। यह उन सभी किसानों के लिए सुनहरा मौका है जो अभी तक सरकारी योजनाओं का लाभ…

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किसानों और FPO के लिए रामचरितमानस में सफलता के मंत्र

यहां रामचरितमानस के कुछ चौपाइयों का हिंदी में विस्तार से वर्णन किया गया है, जो किसानों, कृषि, तकनीकी नवाचार, व्यवसाय, और निर्यात से जुड़े विषयों से संबंधित हैं। यद्यपि रामचरितमानस मुख्य रूप से आध्यात्मिक और नैतिक शिक्षाओं पर केंद्रित है, फिर भी इसके कुछ श्लोकों को आधुनिक संदर्भ में व्याख्या की जा सकती है। चौपाई-1…

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केसर की खेती (एरोपोनिक्स): विस्तृत प्रशिक्षण

केसर: “लाल सोना” केसर, जिसे “लाल सोना” भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे महंगा और मूल्यवान मसाला है। यह क्रोकस सैटाइवस (Crocus sativus) नामक फूल के स्टिग्मा (लाल रेशे) से प्राप्त होता है। यह न केवल अपने स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है, बल्कि इसकी खेती किसानों के लिए एक सपने जैसी है। यह…

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उत्तर प्रदेश के किसान: गरीबी से संघर्ष और समाधान

श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने गरुड़ जी और काकभुशुंडी जी के संवाद के माध्यम से गरीबी (दरिद्रता) के एक गहन सत्य को प्रकट किया है। गरुड़ जी के प्रश्न के उत्तर में तुलसीदास जी ने लिखा है: “नहिं दरिद्र सम दुःख जग माही। संत मिलन सम सुख जग नाहीं॥” इसका अर्थ है कि…

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