Uttar Pradesh Farmer Registry Last Date 31 March 2025

Farmer Registry की अंतिम तिथि को पहले 31 दिसंबर 2024 से बढ़ाकर 31 जनवरी 2025 कर दिया गया था। अब सरकार ने इसे और बढ़ाकर 31 मार्च 2025 कर दिया है। Farmer Registry Last Date Extension सभी किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, खासकर उनके लिए जो अभी तक पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं। हालांकि, अधिकांश किसानों ने पहले ही अपना पंजीकरण करवा लिया है, इसलिए इस बार अंतिम तिथि को और आगे बढ़ाने की संभावना नहीं है। इसलिए, जिन किसानों ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, उन्हें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और तुरंत पंजीकरण करवाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक अत्याधुनिक और पारदर्शी पंजीकरण प्रणाली विकसित की है, जिसे उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण (UP Farmer Registry) कहा जाता है। इस प्रणाली के माध्यम से किसानों के आधार कार्ड, भूमि रिकॉर्ड और बैंकिंग विवरण को एक साथ जोड़ा जाता है। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ती है, बल्कि धोखाधड़ी को रोकने और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाने में भी मदद मिलती है।
किसान भाइयों से अनुरोध:
- जिनका पंजीकरण नहीं हुआ है:
- अगर आपने अभी तक किसान पंजीकरण नहीं करवाया है, तो तुरंत पंजीकरण करवाएं।
- 31 मार्च 2025 के बाद बिना पंजीकरण के आपको सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी हो सकती है।
- यह पंजीकरण सरकारी सुविधाओं, सब्सिडी, बीमा और अन्य लाभों को प्राप्त करने के लिए बहुत जरूरी है।
- जिनका पंजीकरण हो चुका है:
- अगर आपका पंजीकरण पहले ही हो चुका है, तो अपना स्टेटस जरूर चेक करें।
- अगर कोई त्रुटि या विसंगति है, तो उसे 31 मार्च 2025 से पहले सुधार लें।
- सही और अपडेटेड जानकारी होने से आपको सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी।
उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण पोर्टल (Farmer Registry Last Date Extension)
उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण के लिए आधिकारिक पोर्टल है:
https://upfr.agristack.gov.in
इस पोर्टल के माध्यम से किसान निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:
- नया पंजीकरण करवाना
- अपने विवरण को अपडेट करना
- योजना पात्रता की जांच करना
कैसे करें पंजीकरण?
1. ऑनलाइन पंजीकरण (Availabe Before Farmer Registry Last Date)
- पोर्टल पर जाएं:
सबसे पहले उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण पोर्टल पर जाएं। - नया पंजीकरण चुनें:
होमपेज पर “नया पंजीकरण” विकल्प पर क्लिक करें। - आधार नंबर दर्ज करें:
अपना आधार नंबर दर्ज करें और “OTP प्राप्त करें” पर क्लिक करें। - OTP सत्यापन:
अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें और सत्यापन करें। - जानकारी भरें:
- अपना नाम, पता, जिला, तहसील और गांव की जानकारी दर्ज करें।
- भूमि रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी) की जानकारी दर्ज करें।
- बैंक खाते का विवरण दर्ज करें।
- दस्तावेज अपलोड करें:
आधार कार्ड, भूमि रिकॉर्ड और बैंक पासबुक की स्कैन कॉपी अपलोड करें। - फॉर्म सबमिट करें:
सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म को सबमिट करें और पंजीकरण नंबर प्राप्त करें।
2. विवरण अपडेट करना
अगर आपका पंजीकरण पहले से ही हो चुका है, तो आप पोर्टल पर लॉगिन करके अपने विवरण को अपडेट कर सकते हैं।
3. योजना पात्रता की जांच
पोर्टल पर लॉगिन करके आप यह जांच सकते हैं कि आप किन योजनाओं के पात्र हैं और उनका लाभ कैसे उठा सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- भूमि रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी)
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर (आधार से लिंक)
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए किसान पंजीकरण (Farmer Registry) की प्रक्रिया को सरल और स्पष्ट तरीके से समझने के लिए https://upkisan.org/uttar-pradesh-farmer-registry/ पर विजिट करें। इसमें पंजीकरण के महत्व, ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेजों की सूची, और यूपी किसान official पंजीकरण पोर्टल upfr.agristack.gov.in का विस्तृत विवरण शामिल है। यह पोस्ट किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और पंजीकरण प्रक्रिया को आसानी से पूरा करने में मदद करती है।
Farmer Registry Statistics – Uttar Pradesh (As of March 05, 2025)
Metric | Value | Notes |
---|---|---|
Total Farmers in UP | 22,296,269 | Total farmers targeted for registration (UP Govt, Dec 2024). |
Farmers with IDs (Dec 28, 2024) | 1,665,233 | Farmer IDs issued as of Dec 28, 2024 (UP Govt). |
Percentage Registered | 7.47% | Calculated as (1,665,233 / 22,296,269) * 100. |
Deadline for Registration | January 31, 2025 | Last date to link Farmer ID for schemes (AgriStack UP). |
Sources (Official Government Websites):
- UPFR AgriStack Portal – Official portal for Farmer Registry in Uttar Pradesh.
- Agriculture Department, Uttar Pradesh – State agriculture department overview.
- UP Government X Post (Dec 29, 2024) – Source for total farmers and IDs issued (Note: URL is illustrative; replace with actual link if available).
- PM-Kisan Portal – National scheme integration with Farmer IDs.
Note: Data as of December 28, 2024, is the latest specific figure available. Registration numbers likely increased by March 05, 2025, but no updated official stats are provided here.
क्यों जरूरी है किसान पंजीकरण?
- सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए।
- कृषि से जुड़ी सुविधाएं, सब्सिडी और बीमा प्राप्त करने के लिए।
- नई तकनीक और प्रशिक्षण का लाभ लेने के लिए।
Farmer Registry Last Date Extension के लाभ
1. सरकारी योजनाओं का लाभ
किसान पंजीकरण के बाद किसानों और FPOs को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलता है। इन योजनाओं में शामिल हैं:
- सब्सिडी: खाद, बीज, सिंचाई उपकरण और अन्य कृषि संबंधी सामानों पर सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- ऋण सुविधा: पंजीकृत किसानों को कम ब्याज दर पर कृषि ऋण मिलता है, जो उन्हें फसल उत्पादन और खेती के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने में मदद करता है।
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि: इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: PM-KISAN
2. कृषि उपकरण और तकनीकी सहायता
आधुनिक कृषि के लिए उन्नत उपकरण और तकनीकी ज्ञान बहुत जरूरी है। किसान पंजीकरण के माध्यम से किसानों को निम्नलिखित सुविधाएं मिलती हैं:
- आधुनिक उपकरण: ट्रैक्टर, सिंचाई प्रणाली, हार्वेस्टर जैसे उपकरणों पर सब्सिडी या किराए पर लेने की सुविधा।
- तकनीकी प्रशिक्षण: किसानों को नई कृषि तकनीकों, जैसे जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई, और मिट्टी स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है।
- वैज्ञानिक सलाह: कृषि विशेषज्ञों द्वारा मौसम, फसल चयन, और कीट नियंत्रण जैसे मुद्दों पर सलाह प्रदान की जाती है।
3. फसल बीमा योजना
प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, या कीटों का प्रकोप किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। किसान पंजीकरण के बाद किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) जैसी योजनाओं का लाभ मिलता है। इसके तहत:
- फसल नुकसान की स्थिति में किसानों को वित्तीय मुआवजा दिया जाता है।
- बीमा प्रीमियम कम होता है, जिससे यह योजना सभी किसानों के लिए सुलभ है।
अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: PMFBY
4. बाजार तक पहुंच
किसानों को अक्सर अपनी उपज को उचित मूल्य पर बेचने में समस्या होती है। किसान पंजीकरण के माध्यम से सरकार किसानों को बाजार से जोड़ने का प्रयास करती है। इसके लाभ हैं:
- ई-नाम (e-NAM) प्लेटफॉर्म: इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसान अपनी उपज को पूरे देश में बेच सकते हैं।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP): पंजीकृत किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने की गारंटी मिलती है।
- सीधे खरीदार से जुड़ाव: किसानों को मध्यस्थों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता, जिससे उन्हें बेहतर मूल्य मिलता है।
अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: e-NAM
5. किसानों की पहचान और सशक्तिकरण
किसान पंजीकरण किसानों को एक आधिकारिक पहचान प्रदान करता है। इससे:
- किसानों को सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ लेने में आसानी होती है।
- किसानों की समस्याओं और आवश्यकताओं को सरकार तक पहुंचाने में मदद मिलती है।
- यह किसानों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाता है।
उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण प्रणाली किसानों के लिए एक बड़ा कदम है, जो पारदर्शिता, धोखाधड़ी की रोकथाम और योजनाओं के कुशल वितरण को सुनिश्चित करती है। अगर आपने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है, तो https://upfr.agristack.gov.in पर जाकर तुरंत पंजीकरण करवाएं। किसान भाइयों, यह आपके भविष्य और बेहतर कल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। जल्दी करें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं! 🌾
ध्यान दें: इस बार अंतिम तिथि को और बढ़ाने की संभावना नहीं है, इसलिए समय रहते पंजीकरण करवा लें।