बहराइच

बहराइच: उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर
बहराइच, उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों में से एक है। यह जिला अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कृषि महत्व के लिए जाना जाता है। आइए, इस जिले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बहराइच का स्थापना और भौगोलिक स्थिति
बहराइच जिले की स्थापना 1871 में हुई थी। यह उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। यह नेपाल की सीमा से सटा हुआ है। जिले का कुल क्षेत्रफल 4,696 वर्ग किलोमीटर है। यह जिला अयोध्या और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों के नजदीक स्थित है।
प्रशासनिक विभाजन
बहराइच जिले को 6 तहसीलों और 15 ब्लॉकों में बांटा गया है। यहां की प्रमुख तहसीलें हैं: बहराइच, नानपारा, कैसरगंज, मिहींपुरवा, महसी और पयागपुर।
कनेक्टिविटी
बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग 927 और 931 से जुड़ा हुआ है। यहां रेलवे स्टेशन भी है, जो भारतीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ा है। यह जिला लखनऊ, गोरखपुर और अयोध्या जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
बहराइच का इतिहास बहुत समृद्ध है। प्राचीन काल में यह क्षेत्र कोसल साम्राज्य का हिस्सा था। मध्यकाल में यह मुगल और अवध साम्राज्य के अधीन रहा। आधुनिक इतिहास में बहराइच ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कृषि अर्थव्यवस्था
बहराइच की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। यहां की मिट्टी उपजाऊ है, जो गेहूं, धान, गन्ना और दलहन की खेती के लिए उपयुक्त है। सरकारी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और किसान क्रेडिट कार्ड यहां के किसानों को सहायता प्रदान करती हैं।
पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थल
बहराइच में कई पर्यटन और धार्मिक स्थल हैं। यहां का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल “श्री नवलखा पीर बाबा दरगाह” है। इसके अलावा, कैसरगंज वन्यजीव अभयारण्य और सूरज कुंड जैसे स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
जलवायु और मिट्टी
बहराइच की जलवायु उपोष्णकटिबंधीय है। यहां गर्मी, सर्दी और बारिश तीनों मौसम होते हैं। जिले की मिट्टी दोमट और बलुई है, जो कृषि के लिए उपयुक्त है। यहां घाघरा और सरयू नदियों का जल संसाधन किसानों की सिंचाई में मदद करता है।
जनसंख्या और साक्षरता
2011 की जनगणना के अनुसार, बहराइच की जनसंख्या लगभग 34 लाख है। यहां की साक्षरता दर 49.32% है। हिंदी और अवधी यहां की प्रमुख भाषाएं हैं।
बहराइच: ODOP और जियो टैग उत्पाद
बहराइच जिले को “एक जिला, एक उत्पाद” (ODOP) योजना के तहत गन्ने की खेती के लिए चुना गया है। इसके अलावा, यहां के कृषि उत्पादों को जियो टैग किया गया है, जिससे किसानों को बेहतर बाजार मिलता है।
- ODOP योजना की जानकारी: ODOP Official Website
- GI टैग: GI टैग के लिए आवेदन प्रक्रिया: GI Tag Application
बहराइच: अर्थव्यवस्था और औद्योगिक विकास
बहराइच की अर्थव्यवस्था कृषि और छोटे उद्योगों पर निर्भर है। यहां चीनी मिलें और चावल मिलें प्रमुख उद्योग हैं। भविष्य में, सरकार ने यहां औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई है।
बहराइच जिले के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण संपर्क नंबर और हेल्पलाइन
- जिला प्रशासन हेल्पलाइन: 1076
- पुलिस कंट्रोल रूम: 112
- महिला हेल्पलाइन: 1090
- चाइल्ड हेल्पलाइन: 1098
बहराइच जिले की आधिकारिक वेबसाइट है: https://bahraich.nic.in
बहराइच जिला अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कृषि महत्व के कारण उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है। यहां की समृद्ध विरासत, उपजाऊ मिट्टी और सरकारी योजनाएं इसे विकास की ओर अग्रसर कर रही हैं। भविष्य में, यह जिला औद्योगिक और आर्थिक विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।
यूपीकिसान पोर्टल का योगदान
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- कृषि प्रशिक्षण: आधुनिक कृषि तकनीकों और प्रथाओं के बारे में प्रशिक्षण।
- विपणन सहायता: किसानों को उनके उत्पादों के लिए उचित बाजार और विपणन की जानकारी।
- सरकारी योजनाओं की जानकारी: कृषि से संबंधित सरकारी योजनाओं और सब्सिडी की जानकारी।
- परामर्श सेवाएं: कृषि विशेषज्ञों से नियमित परामर्श और सलाह।
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