आगरा
आगरा: ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विरासत का केंद्र
आगरा, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख ऐतिहासिक जिला और सांस्कृतिक केंद्र, विश्व के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है और अपनी अद्वितीय वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व, और समृद्ध विरासत के लिए जाना जाता है। आगरा न केवल भारत की ऐतिहासिक धरोहर है बल्कि कृषि, उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र में भी इसकी महत्वपूर्ण पहचान है।
इतिहास
आगरा का इतिहास महाभारत काल तक फैला हुआ है, जब इसे “अग्रवन” कहा जाता था। यह क्षेत्र 16वीं शताब्दी में तब सुर्खियों में आया जब मुगल सम्राट बाबर ने इसे अपनी राजधानी बनाया। अकबर, जहाँगीर, और शाहजहाँ के शासनकाल में आगरा ने कला, वास्तुकला और संस्कृति में अद्वितीय प्रगति की।
- आगरा की स्थापना सिकंदर लोदी ने 16वीं शताब्दी में की थी।
- मुगल सम्राटों के शासनकाल में यह शहर कला, वास्तुकला, और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बन गया।
- आगरा को मुगल काल के दौरान भारत की राजधानी होने का गौरव प्राप्त था।
- यहाँ का ताजमहल, जो शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था, विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल है।
भौगोलिक स्थिति
- स्थान: उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित।
- क्षेत्रफल: 4,027 वर्ग किलोमीटर।
- नदियाँ: यमुना नदी प्रमुख।
- जनसंख्या: लगभग 45 लाख (2021 के अनुमान अनुसार)।
- भाषाएँ: हिंदी, ब्रज भाषा, उर्दू, अंग्रेजी।
- औसत तापमान: 28°C।
- पिन कोड रेंज: 282001 से 283105।
परिवहन सुविधा
आगरा उत्तर भारत का एक प्रमुख परिवहन केंद्र है:
- रेलवे: आगरा कैंट और राजा की मंडी रेलवे स्टेशन प्रमुख हैं।
- वायुमार्ग: खेरिया हवाई अड्डा।
- सड़क मार्ग: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से दिल्ली, कानपुर, और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा।
- आगरा मेट्रो: शहर के अंदर आधुनिक परिवहन सुविधा।
पर्यटन स्थलों की विशेषता
- ताजमहल: संगमरमर से बनी यह इमारत प्रेम का प्रतीक है।
- आगरा का किला: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।
- फतेहपुर सीकरी: अकबर द्वारा निर्मित ऐतिहासिक नगरी।
- मीना बाजार: पारंपरिक हस्तशिल्प और कारीगरी के लिए प्रसिद्ध।
- सिकंदरा: अकबर का मकबरा।
- जामा मस्जिद और इमामबाड़ा: धार्मिक स्थलों के रूप में प्रसिद्ध।
कृषि और किसान
आगरा का कृषि क्षेत्र जिले की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ की जलवायु और उपजाऊ मिट्टी विभिन्न प्रकार की फसलों और बागवानी के लिए उपयुक्त है।
मिट्टी और जलवायु:
- मिट्टी: जलोढ़ और दोमट।
- जलवायु: उपोष्णकटिबंधीय।
- वार्षिक वर्षा: 650-750 मिमी।
मुख्य फसलें:
- खरीफ: बाजरा, मक्का, धान।
- रबी: गेहूँ, चना, सरसों।
- जायद: मूंग, तरबूज।
फल और सब्जियाँ:
- फल: अमरूद, आम, केला।
- सब्जियाँ: आलू, टमाटर, मटर।
अन्य विशेषताएँ:
- पेठा उत्पादन: सफेद कद्दू की खेती के माध्यम से।
- गेंदा फूल: धार्मिक और सजावटी उपयोग के लिए।
आगरा में ODOP (एक जिला, एक उत्पाद): किसानों के लिए
ODOP पहल आगरा के कृषि उत्पादकों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसके अंतर्गत किसानों को उनके उत्पादों के लिए प्रौद्योगिकी, मार्गदर्शन और बाजार पहुँच सुनिश्चित की जाती है।
ODOP उत्पाद:
- पेठा: सफेद कद्दू से बनने वाला यह उत्पाद आगरा की पहचान है।
- गेंदा (मैरीगोल्ड): फूलों की खेती को प्रोत्साहन।
- अमरूद: उच्च गुणवत्ता वाले अमरूद की खेती।
- आलू: आलू आधारित प्रसंस्करण उद्योग।
- आम (दशहरी): स्थानीय आम उत्पादकों को समर्थन।
ODOP पहल के लाभ:
- आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों का उपयोग।
- बाजार में उत्पादों की ब्रांडिंग और निर्यात।
- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और फसल भंडारण सुविधाएँ।
उद्योग और अर्थव्यवस्था
आगरा में कृषि के अलावा औद्योगिक उत्पादन भी एक मजबूत आर्थिक स्तंभ है।
- चमड़ा उद्योग: विश्व प्रसिद्ध।
- हस्तशिल्प: मार्बल इनले वर्क, जरी और जरदोज़ी।
- कांच का सामान: लैम्प, झूमर आदि।
- मिठाई उद्योग: पेठा और नमकीन।
स्थानीय उपलब्धियाँ और पहल
- जैविक कृषि: किसानों को जैविक उत्पादों के लिए प्रोत्साहन।
- FPO (किसान उत्पादक संगठन): स्थानीय किसानों को संगठित कर उनकी आय में वृद्धि।
- फसल विविधीकरण: स्थानीय किसानों में 25% फसल विविधता देखी गई है।
- निर्यात: अमरूद और अन्य कृषि उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात किए जा रहे हैं।
आगरा नगर निगम (Agra Municipal Corporation)
फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri)
स्रोत: आगरा जिला प्रशासन