कृषि अवसंरचना कोष (AIF) – FAQs
किसानों की गरीबी का एक महत्वपूर्ण कारण इस उदाहरण से समझा जा सकता है: एक किसान जो खेत में एक किलो गेहूं डालकर उसे 100 किलो गेहूं में बदल देता है, वह आज भी कर्ज़दार है। इसके विपरीत, जो कंपनियां एक किलो गेहूं से मात्र 950 ग्राम दलिया बनाती हैं, वे आज मालामाल हैं। इस अंतर का मुख्य कारण यह है कि किसानों के पास फूड प्रोसेसिंग या प्रसंस्करण के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। इसके अलावा, किसानों के पास इतने वित्तीय संसाधन भी नहीं हैं कि वे खुद की प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित कर सकें। यही कारण है कि सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए कृषि अवसंरचना कोष (AIF) की शुरुआत की है।
दरअसल, कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund – AIF) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। यदि इस योजना को सही ढंग से लागू किया जाए और इसकी पूरी जानकारी किसानों तक पहुंचे, तो यह किसानों की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव ला सकती है। वास्तव में, आज के भारत में यह योजना किसानों, एग्री-उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसलिए, इसे उम्मीद की एक किरण के रूप में देखा जा रहा है। अब हम विस्तार से समझेंगे कि AIF से जुड़े FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) क्या हैं और यह योजना किस तरह किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।

1. कृषि अवसंरचना कोष (AIF) क्या है?
कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund – AIF) भारत सरकार द्वारा 2020 में शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है। इसका उद्देश्य किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), कृषि-स्टार्टअप्स, सहकारी समितियों, कृषि उद्यमियों और अन्य संबंधित संस्थाओं को कृषि अवसंरचना के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। उदाहरण के लिए, इस योजना के तहत प्राथमिक कृषि ऋण समितियाँ (PACS), किसान समूह, स्टार्टअप्स और निजी उद्यमी भंडारण, कोल्ड स्टोरेज, ग्रेडिंग, सॉर्टिंग, पैकेजिंग, प्राथमिक प्रसंस्करण इकाइयों, सप्लाई चेन इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट एग्रीकल्चर सुविधाओं और कृषि-लॉजिस्टिक्स को मजबूत करने के लिए 2 लाख करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें दीर्घकालिक ऋण सुविधाएं भी शामिल हैं, जहां बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा पात्र लाभार्थियों को 7 साल की अवधि के लिए ऋण दिया जाता है। इस पर भारत सरकार द्वारा 3% तक की ब्याज छूट दी जाती है, साथ ही 2 करोड़ रुपये तक के ऋण पर क्रेडिट गारंटी सुविधा भी उपलब्ध होती है। इसलिए, इस योजना से न केवल कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने, कृषि उत्पादों के भंडारण और प्रसंस्करण को बेहतर बनाने, फसल अपव्यय को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन को भी प्रोत्साहन मिलेगा। फिर, AIF को डिजिटल रूप से संचालित किया जाता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और किसान एवं अन्य हितधारक आसानी से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
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2. AIF का मुख्य उद्देश्य क्या है?
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है, ताकि किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके और कृषि उत्पादों की गुणवत्ता एवं मूल्य वृद्धि में सुधार हो सके। यह योजना कृषि उत्पादों के भंडारण, प्रसंस्करण, और विपणन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने पर केंद्रित है।
विस्तृत उद्देश्य:
- भंडारण सुविधाओं का विस्तार:
AIF का उद्देश्य कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, और अन्य भंडारण सुविधाओं का निर्माण करना है। इससे किसानों को अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और फसलों के नुकसान को कम किया जा सकेगा। - प्रसंस्करण इकाइयों का विकास:
इस योजना के तहत फसल प्रोसेसिंग यूनिट्स और पैक हाउस का निर्माण किया जाएगा। इससे किसानों को अपनी उपज को प्रसंस्कृत करके उच्च मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। - विपणन सुविधाओं का सुधार:
AIF का लक्ष्य किसानों को बेहतर बाजार पहुंच प्रदान करना है। इसके तहत किसान रेल और कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे किसान अपनी उपज को दूर के बाजारों में बेच सकेंगे। - किसानों की आय में वृद्धि:
बुनियादी ढांचे के विकास से किसानों को अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह योजना किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। - कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार:
भंडारण और प्रसंस्करण सुविधाओं के विकास से कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे उनकी मांग और मूल्य दोनों बढ़ेंगे। - ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा:
AIF के तहत निर्माण और संचालन से जुड़ी परियोजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। - कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाना:
यह योजना कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और नवाचार को बढ़ावा देगी, जिससे कृषि उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि होगी।
3. AIF के तहत कितना ऋण मिल सकता है?
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत किसानों, एग्री-उद्यमियों, सहकारी समितियों, और FPOs (किसान उत्पादक संगठनों) को कृषि से जुड़ी परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत ऋण की राशि परियोजना के आकार और आवश्यकता के आधार पर निर्धारित की जाती है।
ऋण की राशि:
- न्यूनतम ऋण राशि: प्रति परियोजना 1 करोड़ रुपये
- अधिकतम ऋण राशि: प्रति परियोजना 100 करोड़ रुपये
ऋण राशि का विवरण:
- छोटी परियोजनाएं:
- छोटे किसानों और एग्री-उद्यमियों के लिए 1 करोड़ से 5 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध है।
- उदाहरण: छोटे कोल्ड स्टोरेज यूनिट, पैक हाउस, या प्रोसेसिंग यूनिट।
- मध्यम परियोजनाएं:
- मध्यम स्तर की परियोजनाओं के लिए 5 करोड़ से 25 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध है।
- उदाहरण: मध्यम आकार के वेयरहाउस, डेयरी इकाइयाँ, या मत्स्य पालन सुविधाएं।
- बड़ी परियोजनाएं:
- बड़े पैमाने की परियोजनाओं के लिए 25 करोड़ से 100 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध है।
- उदाहरण: बड़े कोल्ड स्टोरेज चेन, प्रोसेसिंग प्लांट, या एकीकृत कृषि परियोजनाएं।
4. ऋण पर ब्याज दर क्या है?
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत ऋण पर 3% से 7% तक की ब्याज दर लागू होती है। यह ब्याज दर ऋण की राशि, परियोजना के प्रकार, और आवेदक की पात्रता के आधार पर निर्धारित की जाती है। इसके अलावा, सरकार द्वारा ब्याज पर सब्सिडी भी प्रदान की जाती है, जिससे ऋण की लागत और कम हो जाती है।
ब्याज दर का विवरण:
उदाहरण: यदि ऋण पर ब्याज दर 7% है और सरकार द्वारा 3% की सब्सिडी प्रदान की जाती है, तो आवेदक को केवल 4% ब्याज दर चुकानी होगी। AIF के तहत ऋण पर ब्याज दर 3% से 7% तक हो सकती है। यह दर बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा परियोजना के जोखिम और आवेदक की वित्तीय स्थिति के आधार पर तय की जाती है। सरकार द्वारा ब्याज पर सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे ऋण की प्रभावी ब्याज दर और कम हो जाती है।
5. AIF के लिए आवेदन कैसे करें?
कृषि अवसंरचना कोष के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है। आधिकारिक पोर्टल agriinfra.dac.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण करके, आवेदन पत्र भरकर, और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके आप AIF के तहत ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह योजना किसानों और एग्री-उद्यमियों के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिससे उनकी आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत करने में मदद मिलती है। यहां हम आपको AIF के लिए आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाएंगे।
AIF के लिए आवेदन प्रक्रिया:
1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं:
- AIF के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट agriinfra.dac.gov.in पर जाएं।
2. पंजीकरण करें:
यदि आप कृषि अवसंरचना कोष (AIF) योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको आधिकारिक पोर्टल https://agriinfra.dac.gov.in/Home/BeneficiaryRegistration पर पंजीकरण करना होगा। नीचे चरण-दर-चरण पूरी प्रक्रिया दी गई है:
पंजीकरण की प्रक्रिया

- वेबसाइट खोलें
- अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन में वेब ब्राउज़र खोलें और https://agriinfra.dac.gov.in/Home/BeneficiaryRegistration पर जाएं।
- आवश्यक जानकारी भरें
- नाम: अपना पूरा नाम दर्ज करें।
- मोबाइल नंबर: सही मोबाइल नंबर डालें, जिससे आपको OTP मिलेगा।
- ईमेल आईडी (यदि उपलब्ध हो): अपनी ईमेल आईडी भरें।
- आधार नंबर/पैन नंबर: सत्यापन के लिए सही नंबर दर्ज करें।
- राज्य, जिला और पता: अपने राज्य, जिले और सही पता को भरें।
- OTP सत्यापन करें
- मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद “Generate OTP” बटन पर क्लिक करें।
- आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। उसे दिए गए स्थान पर दर्ज करें और “Verify OTP” पर क्लिक करें।
- यूजरनेम और पासवर्ड बनाएं
- एक मजबूत यूजरनेम और पासवर्ड सेट करें।
- पासवर्ड को दोबारा पुष्टि करें और इसे सुरक्षित रखें।
- पंजीकरण पूरा करें
- सभी जानकारी भरने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- पंजीकरण पूरा होने के बाद, आपको लॉगिन क्रेडेंशियल्स (यूजरनेम और पासवर्ड) मिलेंगे, जिनका उपयोग करके आप पोर्टल पर लॉगिन कर सकते हैं और ऋण आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
पंजीकरण के बाद क्या करें?
3. पंजीकरण के बाद क्या करें?
- सफल पंजीकरण के बाद, आप AIF पोर्टल पर लॉगिन करके कृषि अवसंरचना परियोजनाओं के लिए ऋण आवेदन कर सकते हैं।
- ऋण आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें, जैसे कि परियोजना प्रस्ताव, बैंक विवरण, भूमि स्वामित्व प्रमाण आदि।
- परियोजना से संबंधित विवरण जैसे स्थान, निवेश की राशि, और आवश्यक ऋण राशि दर्ज करें।
5. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि)।
- भूमि से संबंधित दस्तावेज (अगर लागू हो)।
- परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट (DPR)।
- बैंक से जुड़ी जानकारी।
6. आवेदन जमा करें:
- सभी जानकारी सही भरने के बाद, “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- आवेदन की स्थिति ट्रैक करने के लिए कृषि अवसंरचना कोष आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करते रहें।
6. कौन AIF का लाभ उठा सकता है?
- किसान
- एग्री-उद्यमी
- सहकारी समितियाँ
- FPOs (किसान उत्पादक संगठन)
- स्टार्टअप्स
7. AIF के तहत कौन-सी परियोजनाएं शामिल हैं?
- कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस
- फसल प्रोसेसिंग यूनिट
- पैक हाउस
- डेयरी और मत्स्य पालन इकाइयाँ
- जैविक खेती से जुड़ी परियोजनाएं
8. ऋण की अवधि क्या है?
AIF के तहत ऋण की अधिकतम अवधि 7 वर्ष तक हो सकती है, जिसमें 2 वर्ष की मोहलत (Moratorium) अवधि शामिल होती है। इसका मतलब है कि लाभार्थी पहले 2 वर्षों तक ऋण की मूल राशि का भुगतान किए बिना केवल ब्याज चुका सकता है, जिससे परियोजना को स्थापित करने और सुचारू रूप से संचालित करने का पर्याप्त समय मिलता है। इसके बाद, लाभार्थी को शेष 5 वर्षों में ऋण की पूरी राशि को निर्धारित किश्तों में चुकाना होता है। यह सुविधा किसानों, एफपीओ, कृषि उद्यमियों और अन्य हितधारकों को अपनी कृषि अवसंरचना परियोजनाओं को विकसित करने और स्थायी रूप से संचालित करने में मदद करती है।
9. AIF के लिए पात्रता क्या है?
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- परियोजना कृषि से जुड़ी होनी चाहिए।
- आवेदक के पास परियोजना से संबंधित योजना और अनुमति होनी चाहिए।
10. AIF के लिए कौन-से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
पहचान प्रमाण:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
पता प्रमाण:
- बिजली बिल
- पानी बिल
भूमि से संबंधित दस्तावेज:
- भूमि की रजिस्ट्री, भूमि का नक्शा
परियोजना रिपोर्ट:
- परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट (DPR)
बैंक विवरण:
- बैंक खाता विवरण
- पासबुक की कॉपी
11. AIF के लिए संपर्क कैसे करें?
AIF से जुड़ी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट agriinfra.dac.gov.in पर जाएं या टोल-फ्री नंबर 1800-180-1551 पर संपर्क करें।
12. AIF के तहत कितना बजट आवंटित किया गया है?
केंद्र सरकार ने कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस फंड का उपयोग कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाता है, जिससे किसानों, कृषि स्टार्टअप्स, एफपीओ (FPOs), सहकारी समितियों और अन्य कृषि उद्यमियों को वित्तीय सहायता मिल सके। यह राशि वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2029-30 के बीच चरणबद्ध तरीके से वितरित की जाएगी, जिससे गोदाम, कोल्ड स्टोरेज, सॉर्टिंग-ग्रेडिंग यूनिट्स, एग्री-प्रोसेसिंग प्लांट्स जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास संभव हो सके। सरकार इस फंड के तहत 3% ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट गारंटी सपोर्ट भी प्रदान कर रही है, जिससे कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिल सके।
13. AIF के तहत कौन-से बैंक भाग ले रहे हैं?
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत सभी प्रमुख सार्वजनिक और निजी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), सहकारी बैंक और वित्तीय संस्थान भाग ले रहे हैं। इसमें भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI), केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया (BOI), इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसे सार्वजनिक बैंक शामिल हैं, जबकि एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और यस बैंक जैसे निजी बैंक भी इस योजना का हिस्सा हैं। इसके अलावा, नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) और कुछ नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (NBFCs) भी वित्तीय सहायता प्रदान कर रही हैं। लाभार्थी agriinfra.dac.gov.in पोर्टल पर जाकर इन बैंकों के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
14. AIF के तहत किसानों को क्या लाभ मिलेगा?
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के माध्यम से किसानों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि और कृषि क्षेत्र में सुधार होगा। इस योजना के तहत फसलों के नुकसान में कमी आएगी, क्योंकि आधुनिक भंडारण और कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं के कारण उत्पाद अधिक समय तक सुरक्षित रह सकेंगे। इसके अलावा, किसानों को उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा, क्योंकि वे अनुकूल बाजार स्थितियों में अपनी फसल बेचने के लिए अपनी उपज को लंबे समय तक संरक्षित रख सकते हैं। साथ ही, भंडारण और प्रसंस्करण सुविधाओं का विस्तार होने से कृषि उत्पादों का मूल्य संवर्धन (Value Addition) संभव होगा, जिससे किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होगा।
15. AIF के तहत कितने किसान लाभान्वित हुए हैं?
अब तक 1 लाख से अधिक किसान और एफपीओ (FPOs) कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत लाभान्वित हो चुके हैं। इस योजना के माध्यम से किसानों को भंडारण, कोल्ड स्टोरेज, कृषि प्रसंस्करण इकाइयों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिससे उनकी आय में वृद्धि और फसल के नुकसान में कमी आई है। इसके अलावा, कई कृषि स्टार्टअप्स, सहकारी समितियों और कृषि उद्यमियों ने भी इस योजना के तहत ऋण प्राप्त कर अपनी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक स्थापित किया है।
16. AIF के तहत कितनी राशि जारी की गई है?
अब तक 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत जारी की जा चुकी है। इस फंड का उपयोग भंडारण सुविधाओं, कोल्ड स्टोरेज, कृषि प्रसंस्करण इकाइयों और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया गया है, जिससे किसानों, एफपीओ (FPOs), कृषि स्टार्टअप्स और सहकारी समितियों को वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। यह राशि चरणबद्ध तरीके से वितरित की जा रही है ताकि कृषि क्षेत्र में स्थायी विकास और किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित की जा सके।
17. AIF के तहत कितनी परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं?
अब तक 10,000 से अधिक परियोजनाएं कृषि अवसंरचना कोष (AIF) के तहत स्वीकृत की जा चुकी हैं। इन परियोजनाओं में भंडारण सुविधाएं, कोल्ड स्टोरेज, कृषि प्रसंस्करण इकाइयां, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, सॉर्टिंग और ग्रेडिंग यूनिट्स जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास शामिल है। इस पहल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाना, किसानों की आय बढ़ाना और फसल के नुकसान को कम करना है। सरकार इस योजना के माध्यम से किसानों, एफपीओ (FPOs), सहकारी समितियों और कृषि उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे कृषि अवसंरचना का तेजी से विकास संभव हो सके।
18. AIF के तहत पिछले वर्ष की जानकारी कहाँ से प्राप्त करें?
पिछले वर्ष की जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट agriinfra.dac.gov.in पर जाएं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और गुजरात AIF के तहत सबसे अधिक लाभान्वित राज्य हैं।
पिछले वर्ष की जानकारी (2022-23)
| राज्य | जारी राशि (करोड़ रुपये) | लाभान्वित किसान/FPOs |
|---|---|---|
| महाराष्ट्र | 5,000 | 20,000 |
| उत्तर प्रदेश | 4,500 | 18,000 |
| गुजरात | 3,800 | 15,000 |
| कर्नाटक | 3,200 | 12,000 |
| तमिलनाडु | 2,900 | 10,000 |
स्रोत: कृषि अवसंरचना कोष आधिकारिक पोर्टल
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) किसानों और एग्री-उद्यमियों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। इस योजना के माध्यम से कृषि से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करके किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अगर आप भी कृषि से जुड़े हैं, तो AIF का लाभ उठाएं और अपने सपनों को साकार करें। यह जानकारी किसानों और एग्री-उद्यमियों के लिए बहुत उपयोगी है! यदि आप AIF (कृषि अवसंरचना कोष) का लाभ उठाने के इच्छुक हैं और डॉक्यूमेंटेशन, प्रस्ताव निर्माण (Proposal Making) या अन्य प्रक्रियाओं में सहायता चाहते हैं, तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।
📍 FPO कार्यालय:
कृषक उत्पादक संगठन एवं औद्यानिक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड, टिकरी, वाराणसी
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