उत्तर प्रदेश के किसान: गरीबी से संघर्ष और समाधान

श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने गरुड़ जी और काकभुशुंडी जी के संवाद के माध्यम से गरीबी (दरिद्रता) के एक गहन सत्य को प्रकट किया है। गरुड़ जी के प्रश्न के उत्तर में तुलसीदास जी ने लिखा है: “नहिं दरिद्र सम दुःख जग माही। संत मिलन सम सुख जग नाहीं॥” इसका अर्थ है कि…

Read More